राउरकेला,२१/०४ (संधान न्यूज़) : राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) के सीईओ दीपक चट्टराज ने शनिवार को सभी कार्यपालक निदेशक, मुख्य महा प्रबंधक और विभागाध्यक्ष के साथ वीडियो-सह-टेली सम्मेलन किया। इसमें सीईओ ने उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि केंद्र और राज्य सरकार के दिशानिर्देश से संबंधित कोविड-19 को स्टील प्लांट में आसानी से पालन किया जा रहा है। उन्होंने मास्क पहनने से संबंधित दिशा-निर्देशों को पालन करने, सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने और कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखने पर जोर दिया। कहा कि कोरोना वायरस के संबंध में राउरकेला अभी भी ग्रीन जोन है, लेकिन इस स्थिति को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा। चट्टराज ने चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं, सामग्री प्रबंधन, सुरक्षा इंजीनियरिग (सेवा), अग्निशमन सेवा आदि जैसे विभिन्न विभागों के योगदान की प्रशंसा की, जिन्होंने कोरोना वायरस के खिलाफ कंपनी के साथ युद्ध में अतिरिक्त जिम्मेदारियां ली हैं। सीईओ ने सभी बाधाओं और अनिश्चितताओं के बीच सभी एजेंसियों के साथ उचित तालमेल के साथ प्लांट की समस्या को कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) पीके दास की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय टास्क फोर्स द्वारा निभाई गई भूमिका की भी प्रशंसा की।
बैठक में प्लांट की ओर से हाल ही में किए गए प्रयासों के साथ-साथ भविष्य की सुरक्षा के क्षेत्र में योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। सीईओ ने प्रत्येक विभाग की सुरक्षा पहल के बारे में विभागाध्यक्ष के साथ विचार-विमर्श की और उन्हें सुरक्षित प्रणालियों को सरल बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कुछ विशिष्ट मुद्दों पर जोर दिया, जैसे हॉट स्ट्रिप मिल-2 के संचालन को प्रारंभ से ही शून्य दुर्घटना क्षेत्र बनाना, विद्युत सुरक्षा प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं को मजबूत करना, दुर्घटना/अग्निकांड क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देना आदि।
अपने संबोधन में पीके दास ने प्लांट की सुरक्षा के साथ-साथ कोविड-19 के बारे में चर्चा की। कार्यपालक निदेशक (काíमक एवं प्रशासन), राज वीर सिंह ने एसओपीएस और एसएमपी के पालन पर जोर दिया, जबकि कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) डीके महापात्र ने मूल्य के बावजूद सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले सुरक्षा उपकरण प्राप्त करने की बात कही। कार्यपालक निदेशक (परियोजना) पंकज कुमार ने एचएसएम.-2 परियोजना के कार्य के बारे में चर्चा की। सीजीएम (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवा) सुब्रत आचार्य ने प्लांट के सुरक्षा प्रयासों पर प्रस्तुतीकरण किया।